BLOGS

By Dr. Anju Gurawa

Daily Last Line News

कहानी बेचकर कार खरीदनीं है| बिल्ली मैंने खरीद ली है |

1931 में वर्जिन वर्जीनिया वुल्फ  लिखती है कि वह कहानी लिखकर कार खरीदना चाहती है 1931 में जब वर्जिनियां को नेशनल सोसायटी फॉर वुमन सर्विस
Read More
Daily Last Line News

19वीं शताब्दी में भारतीय वअंग्रेज महिलाएं |

19वीं शताब्दी में इंग्लैंड में महिलाओं को एक  परी परी कहकरसपनों की दुनिया का झांसा दिया जाता था |जिसमें कि बचपन से महिलाओं को सिखाया
Read More
Daily Last Line News

राजीव गांधी स्टडी सर्किल :एक सतत सफल प्रयास डॉक्टर चयनिका उनियाल पांडा

राजीव गांधी स्टडी सर्किल की स्थापना 2005 में इस उद्देश्य के साथ की गई थी हमारे देश में युवाओं के विचारों को प्रस्तुत करने का
Read More
Daily Last Line News

भारत में जाति व्यवस्था नहीं है| कंगना रनौत होश में नहीं है|

कंगना आप उत्तराखंड से आती है और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाका है पहाड़ की जिंदगी मैदान की जिंदगी से ज्यादा कठिन होती है और बहुत
Read More
Daily Last Line News

भारतीय राजनीति की पाठ शाला डॉक्टर प्रणव मुखर्जी

राहुल गांधी जी जब अपने जूते उत्तार कर डॉक्टर प्रणव मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी रहे थे तब कोई स्टंट या राजनितिक छलावा नही था वरन जो
Read More
Daily Last Line News

ट्रंप मोटर्स कामयाबी की मंजिल अमित कुमार मिश्रा

जिंदगी में आपको बहुत सारे ऐसे लोग मिल जाएंगे जो जीवन के किसी भी मोड़ पर किसी भी परिस्थिति में अपने आपको कामयाबी की सीढ़ियां
Read More
Daily Last Line News

अंग्रेजी दस्तावेज़: फूले दंपत्ति के शिक्षा में योगदान के

द पुणे ऑब्जर्वर दक्कन वीक ली  इस सामने इतिहास में एक नया अध्याय शुरू कर दिया है हिंदू संस्कृति में और एक नई क्रांति का
Read More
Daily Last Line News

डॉ रजनी अनुरागी |बुद्ध अगर तुम औरत होते

बुद्ध अगर तुम औरत होते 1 बुद्ध अगर तुम औरत होते तो इतना आसान नहीं होता गृहत्याग शाम के ढलते ही तुम्हें हो जाना पड़ता नजरबंद अपने ही घर और अपने ही भीतर हजारों की अवांक्षित नजरों  से बचने के लिए और वैसे भी मां होते अगर तुम राहुल का मासूम चेहरा तुम्हें रोक लेता तुम्हारे स्तनों से चुआने लगता दूध फिर कैसे कर पाते तुम पार कोई भी वीथी समाज की 2 घने जंगलों में प्रवेश करने और तपस्या में तुम्हारे बैठने से पहले ही शीलवान तुम्हें देखते ही स्खलित होने लगते जंगली पशुओं से ज्यादा सभ्यों से भय खाते तुम ब्राह्मण तुम्हारी ही योनि में करते अनुष्ठान  और क्षत्रिय शस्त्रास्त्र को भी वहीं मिलता स्थान वैश्यों ने पण्य की तरह बेच कर बना दिया होता वेश्या तुम्हें और और ये कहने में कोई गुरेज़ नहीं है मुझे कि शूद्रों का भी होते तुम आसान शिकार औरत के मामले में होते हैं सब पुरुष अभिशप्त जीवन जीने को जब होते मजबूर तब बताओ कैसे मिलता बुद्धत्व तुम्हें
Read More