आप शायद मेरी बात सुन के थोड़ा हैरान हो रहे होंगे कि ये कैसी बात कह दी। हम सब हमेशा ये सुनते आए है कि बड़ी सफलता के लिए बड़ी मेहनत करनी पड़ती है 100% परिणाम के लिए 100% मेहनत जरूरी है। पर ये तो इस का उलट ही कहा जा रहा है। जीहां आप ने बिल्कुल ठीक पढा, अगर आप को अल्फ्रेड पेरितो (1848-1923) जो की बहुत बड़े अथशास्त्री थे ओर उन्होंने 20/80 का सिद्धांत दिया और इस सिद्दांत के बारे में जब आप जानेंगे तो आप मेरी बात से बिकुल सहमत हों जायेंगे। 1857 में अल्फ्रेड पेरितो ने पाया कि 20% लोग है जिनके पास 80% जमीन का मालिकाना हक था और इसको जब उन्होंने बाकी अन्य क्षेत्रों में देखा तो पाया कि सड़क पर 80% दुर्घटनाये सिर्फ 20% लोग ही करते है। फिर इस को बाजार में देखा तो पाया कि 20% लोग है जो 80% सामान बनाते है। 20% फिल्मे है जो पूरी इंडस्ट्री का 80% बिज़नेस कर के दे देती है।
बहुत पहले ही इस सिद्दांत को समझ कर IBM ने 1963 में पाया कि 20% उनके ऐसे सॉफ्टवेयर्स है जो 80% बिज़नेस कर के दे रहे थे।
फिर IBM ने उन 20 % सॉफ्टवेयर्स पे खूब काम किया तथा उनको ग्राहक के लिए बहुत सुविधा जनक बना दिया ओर अपने ग्राहको को उनमे ओर सुधार के लिए आमन्त्रित किया ओर वही 20% सॉफ्टवेयर्स कंपनी को 80 % का मुनाफा दिलाने लग गए।
रिचर्ड कोच जिन्होंने की इस सिध्दान्त पे पूरी किताब लिखी है जिसका टाइटल है 80/20 का सिद्धांत , ने लिखा है कि आप के द्वारा किये गए सिर्फ 20% काम है जो आप को 80% परिणाम दिलाते है। 1952 में जोसफ एम जुरान जो की अमरीकन इंजीनियर व कंसलटेंट थे उस समय मे उनको अमरीका में ज्यादा नही मन परन्तु जब जापान में उनको JUSE(Japanese union of scientist and engineering ) ने क़्वालिटी मैनेजमेंट के लिए बुलाया ओर इस तरह जापान ने सिर्फ 20% प्रोडक्ट पे ध्यान दे कर उनकी गुणवत्ता 80% तक बडा दी और इस तरह जापानीज प्रोडक्ट्स 1971 तक आते आते अमरीका को टक्कर देने लगे। तो अमरीका मन भी ज़ुरान के इस नियम के कायल जो गए और उसके बाद इस सिद्दांत को बहुत व्यापक तरीके से समजा गया। अपनाया गया ओर इस सिद्दांत की महत्ता बहुत बढ़ गयीं।
पेरितो सिद्धांत या 20/80 का सिद्धांत आप के जीवन मे हर जगह काम करता है जैसे कि सारे फोन कॉल जरूरी नही होते। सारे काम , सारे लोग, सारे प्रोजेक्ट्स जरूरी नही होते आगर आप सभी को एक समान समय दे रहे है तो आप को बाहरी दुश्मन की जरूरत नही है आप को 20/80 के सिद्दांत को अपनाना है। जॉर्ज बरनार्ड शा ने कहा कि उचित व्यक्ति दुनिया को अपनाता है और अनुचित व्यक्ति दुनिया को ललकारता है।
पिक्चर
यहां एक पिक्चर लगानी है जो में अलग से भेजूंगी
20/80 का सिद्धांत कहता है कि
20% एम्प्लॉयी ही 80% काम करते है।
20% निर्णय आप को 80% कामयाबी दिलाते है।
20% कम्पनिया 80% उत्पादन की जिमेदार होती है।
20%कंपनियों का 80% शेयर्स पर अधिकार होता है।
20% पोलिटिकल पार्टीज 80% समय मे शासन करती है ।
20% पढ़ने वाले ही 80% किताबे खरीदतें है।
आप अपने जीवन मे सिर्फ 20% ऐसे काम को महत्व दे जो आखिर में आप को 80%कामयाबी दिला देंगे।
डॉ अंजू गुरावा
असिस्टेंट प्रोफेसर
अंग्रेजी विभाग
दिल्ली विश्वविद्यालय