हम व्यापार के लिए, शादी के लिए अपने सब से दिल के करीब मित्रता के लिए किसी भी जूठे, मक्कार, चालाक धोखेबाज़ ओर गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले इंसान नही चाहिए। आप के आस पास जो लोग है वो अगर धोखे बाज़ है तो जो हर कदम पर जीवन के मूल्यों के साथ खिलवाड़ करते है अगर जूठ बोलते है अगर चालाकी से काम करते हैओर लोगो से फायदा उठाया फिर उनको दोषी कह कर छोड़ दिया।तो आप को बर्बाद होने से कोई नही रोक सकता ।एक तरफ महिलाओ के बारे में सेमिनार करते है किसी अन्य महिला पत्नी के अलावा को ले कर पूरी दुनिया मे हॉलिडे मनाने जाते है।होटल में रुकने की फोटो फेस बुक पर लगाते है और अपनी निजी जिंदगी में किसी भी महिला पर किसी भी तरह कर इल्ज़ाम लगाने से नही चुकते है। ये दोगले जूठे ओर मक्कार लोग है। महिलाओ के मुद्दों पर भी इसलिए काम करते है कि महिलाये आस पास रहे।जो दूसरे के किये काम को अपना मानते है। दूसरो की कमज़ोरी का फायदा उठाते है तो मेरा आप के बारे यह निष्कर्ष होगा। की आप को अपने आस पास का माहौल बदलना चाहिए। आप भी उन्हीं लोगों के पदचिन्हों को कब अपने मन मे आत्मसार क़र चुके है आप को भी इससे बात का इल्म नही है। यकीनन आप ऐसी किसी बात को नही मानेंगे परंतु आप की सोच आप का अवचेतन मन इस बात को स्वीकार कर चुका है आप के बिना यह महसूस किए। बहुत से बाते आप का मस्तिष्क आप के बिना जाने ही कर देता है।
कबीर ने संगत पर बड़ा ध्यान दिया। भूखे रह लो अकेले रहलो कुछ भी करो पर बुरी संगत तुरंत छोड़ दो । कबीरा संगत साधु की कभी ना जाये खाली। आप को किसी से दोस्तो करनी है व्यापार करना है किसी के साथ शादी करानी उसके आसपास के पांच से साथ लोगो को समझलो देख लो भाल लो उत्तर आप को मिल जाएगा। अनिल अंबानी अमर सिंह के सम्पर्क में डूब गया। पीटर मुकर्जी व इंद्राणी मुखर्जी की संगत ने पीटर मुखर्जी का क्या हाल किया। रिया चक्रवर्ती के चलते शुशांत सिंह राजपूत का क्या हाल हुवा महेश भट्ट के चलते परवीन बॉबी का क्या हस्र हुवा। हमारे चम्पू को फुल बर्बादी मिस पिम्पल के सम्पर्क से ही खलास ह्यूई। बिल क्लिंटन वा व मोनिका लेकन्सकी ओर भी हाज़रो उदाहरण मिलजायेगे आप से निवेदन है कि अपना पैसा लगावो ओर अच्छे लोगो के साथ रहो रतन टाटा सायरस मिस्त्री हल्क होगन(टेर्री बोलिया) हीथर क्लेम (घौकर ल) ड्रग्स का धंदा, शराब का व्यापार, बूचड़ खाना, ह्यूमन ट्रैफिकिंग किस तरह की भावना देते है । अब आप सब समजदार है आगे ओर क्या कहे।