भारत में बॉल विवाह : डॉक्टर नविन नारायण

डॉक्टर नविन नारायण के कई रूप हे वे एक घुमन्तु हे वे उन लोगो के बीच में रहते हे खाते हे सोते और उनके बीच में जीते हे जो राजस्थान के कालबेलिया, बंजारा और ज्यादातर लोग जो कचरा बीनते हे जो समाज का सब से निम्न तबका हे।

डॉक्टर नविन नारायण से जब बाल विवाह के बारे में जब बात हुई तब जो तथ्य उन्होंने रखे वो इतने अधिक विश्वशनीय थे जो यहाँ बताना ज़रूरी हे।

  1. कैथरीन मेयो की किताब मदर इंडिया 1927 में लिखी गयी जिसमे बाल विवाह का जिक्र हे और जो बताती हे की लड़कियों की स्थिति कितनी दयनीय थी इस देश में जिसमे औसत उम्र महिलाओं व् पुरुषो की थी 35 साल इसलिए नो से पंद्रह की उम्र थी। इस किताब की पढ़ना अतिआवश्यक हे अगर हम को भारत में महिलाओं की स्थिति समझनी हे तो।
  2. 1929 का बालविवाह  सयम कानून ( चाइल्ड मैरिज रीस्ट्राइन एक्ट 1929) इस कानून में सरकार यह जिम्मेदारी लेती हे की अगर बालविवाह हो रहे हे तो सरकार उसको रोकने  की जिम्मेवारी लेती  हे जैसे की अगर हम कारणों  का पता लगाए तो मालूम होगा की गरीबी काम की तलाश में अपने घर को छोड़ना शिक्षा नहीं मिलपाना।  1929 का बालविवाह सयम कानून ( चाइल्ड मैरिज रीस्ट्राइन एक्ट 1929) इस कानून में सरकार यह जिम्मेदारी लेती हे उन कारणों को देखा जाये जिनकी वजह से बाल विवाह हो रहे थे और उनका निवारण करना था जैसे की शिक्षा रोज़गार सामाजिक उत्थान और व्यवस्थित जीवन।
  3. ज्यादातर जो बालविवाह के चंगुल में फसते वे दलित आदिवासी व् कमज़ोर अर्थव्यवस्था के चंगुल में फसे लीग हे।
  4. गरीबी बल विवाह का मुख्या विलेन हे और सरकार इस विलेन का संहार करने की योजना पर काम करती थी कारणों का निवारण लक्षणों का नही।
  5.  2006 में जो चाइल्ड मैरिज प्रिवेंशन एक्ट जो बना वो सिर्फ बॉल विवाह को रोकता हे ना  की उन बातो की जिम्मेदारी ले की बल विवाह हो ही न।

६ डॉक्टर नविन नारायण जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से पी एच डी की उपाधि ली हे और जीवन का लंवा अनुभव इन्होने सामाजिक काम को समर्पित किया हे।

नविन से फिर मुखातिब होंगे

बेटीकोसुंदरनहीं हुनरबन्दबनाओ|
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ||
अपनी बेटी को मेकअप मत सिखाओ
उसके रूप की तारीफ मत करो
लेटेस्ट कपड़ो का फैशन न भी हो
पर टाइपिंग स्पीड १०० शब्द एक मिनट के सिखाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
मेकअप ना जानती हो कोई बात नही
अच्छे कपड़ो का भी आहसास नही कोई बात नही
इंस्टा फेस बुक अकाउंट न हो चलेगा
उसकी ज़बरदस्त  पड़ने की आदत बनाओ

बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||

उसको अपने कोर्स का पूरा ज्ञान हो
किस एग्जाम में किस तरह टॉप करना है यह मालूम हो

क्लास कभी मिस ना करे
किताबो के लिए प्यार पनपावो
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
कितने समय पढ़ना है किस किताब को पढ़ना है
उसको उसका रोज़ का काम खत्म करना सिखाओ
इस ज्ञान के फायदे बताओ
किताबो  से उसको  जे के रोल्लिंग्स बनाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
या तो वो घूम कर दुनिया को समजे नहीं तो
उसको दुनिया के महान लोगो की जीवनी पडावों
उन जीवनियो में जीने के हुनर खोजवाओ
जीवन की असलियत  से रूबरू करवाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ
कोई राजकुमार नहीं आएगा इस परी के लिए
कोई नहीं देगा इसके लिए अपना जीवन
इसको दुनिया के सोच का तरीका समजाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||

इसको इस तरह पालो की
ये किसी का इंतज़ार न करे |
खुद का सफर हो और खुद ही मंज़िल तय करे
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
किसी के लिए अपने सपने कुर्बान ना करे
क्यो ये देखे की कोई और कार चलाये |
इसका ड्राइविंग लाइसेंस आज ही बनवाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ||
ये पार्लर की जगह घुड़सवारी करे
तीरंदाज़ी तैराकी और मुक़्क़एबाज़ी करे |
इसको खेल की दुनिया दिखावो
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
लोग कुछ भी कहेंगे कुछ भी सोचेंगे
लोगो की साऱी कमज़ोरिया गिनवावो  |
लोगो को उनकी औकात दिखाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
कोई जरुरी नहीं यह किसी को अपना दिल दे
इसको खुद पर नाज़ करना सिखाओ |

इसके दिमाग को कामयाबी का खज़ाना बनाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
जिंदगी भर किसी की पत्नी बन कर अपने जीवन को
धन्य समजे इस से अच्छा हे इसको |
माया एंजिलो और ओपरा विनफ्रे बनाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
बेटी की सुंदरता उसके हुनर में हे
उसकी क़ाबलियत व कामयाबी में हे |
उसकी जिन्दगो की मजबूत  नीव बनाओ
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||

उसके सपनो की उडान उसके काम में हे
उसके दुनिया की सब से मुश्किल परीक्षा टॉप करने में हे |
उसके दिमाग के भरपूर उपयोग में हे
उसके लैब में प्रयोग करवावो
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||

वो दुनिया को समजे पुरष कैसे सोचता  समझता हे
न की अपनी ना  समजी से उसका भरम बढ़ावो|
जो सच हे कड़वा हे वो दिखावो
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
फिर मदद की गुहार लगाए किसी से वो
उसके लिए महल मत बनाओ|
उसकी शादी में लाखो मत उड़ावो
उसके  बैंक में इस रकम से उसको विदेश में पड़ावों
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||
कैसे जीरो से शीरो बना जाता हे ये दुनिया उसका तमाशा देखेगी
उसको रुला कर हसेगी उस रोने को  उसी की ताकत बनाना सिखाओ |
जग को जीत ले वो अपने होंसलों से
विश्वास के एसे पंख लगावो
बेटी को सुंदर नहीं हुनरबन्द बनाओ ||

Picture of Dr. Anju Gurawa

Dr. Anju Gurawa

Being a girl from the most backward district {Chittorgarh} from Rajasthan I was always discouraged to go for higher education but my father Late Mr B. L. Gurawa who himself was a principal in the senior Secondary insisted for higher studies and was very keen to get his children specially girls to get education.

Leave a Replay

Leave a comment

Sign up for our Newsletter

We don’t spam you and never sell your data to anyone.