साक्षात्कार कैसे दें|

अपनी बात में फालतू शब्दों का प्रयोग ना करें|

 साक्षात्कार देते समय ऐसे शब्दों का प्रयोग ना करें जिससे आपका इंटरव्यू लेने वालों को लगे कि इसने बहुत अच्छी तैयारी नहीं की है |या इसने अपना काम अच्छी तरह नहीं किया है |जैसे कि मैं सोच रहा था |या मैंने सोचा |क्या मैं यह करना चाहता था |पर वह नहीं हुआ इस काम को मैं अभी ठीक से कर नहीं पाऊंगा |यहां गलती हो गई या अभी मैं इस बात को लेकर बहुत अधिक उत्साहित नहीं हूं|

यह सारे शब्द आप का साक्षात्कार लेने वालों के मन में शंका पैदा कर देते हैं और एकदम उनको लगता है कि आप ठीक से इस बात को लेकर उत्साहित नहीं है| आपने तैयारी अच्छी तरह नहीं की है और आप समझ ही नहीं पा रहे हैं आपको करना क्या है|

 अपने साक्षात्कार में हमेशा दृ संक्षिप्त में अपनी बात कहें|

 कहने का मतलब है कि जब आप अपने साक्षात्कार में कहते हैं मैंने इस पर बहुत तैयारी कि मैं बहुत उत्साहित हूं |और मैं एकदम निश्चित हूं मुझे यह करना है| और यह बात मैंने बहुत पहले ही कर ली थी मुझे इसमें कोई शंका नहीं है |मैंने इसके सभी पहलुओं को अच्छी तरह समझा है देखा है |और जहां कमी है वहां मैं उसको पूरा करने के लिए अति उत्साहित हूं

 यह सारी बातें आप का साक्षात्कार लेने वालों को अति उत्साहित और आपके प्रति विश्वस्त करती है और आपका बहुत अच्छा प्रभाव उनके ऊपर पड़ता है|

 अपनी बातचीत में ज्यादातर हूं |हां  | जो है तो |यू नो |आई थैंक्स| हूं| इन शब्दों का प्रयोग   भूल कर भी ना करें|

आपका इंटरव्यू लेने वालों से बहस ना करें |तुरंत उनकी बात माने और खुद को भविष्य के लिए सुधारने का विश्वास दिलाएं| यह व्यवहार आपके प्रति विनम्र होने का और भविष्य में किसी को सीखने की प्रवृत्ति दिखाता है अगर आप ऐसा नहीं करते हैं| और अपनी बात पर अड़े रहते हैं |तो इसे यह प्रभाव पड़ता है |कि यह व्यक्ति भविष्य में अपनी बात ज्यादा करेगा और किसी और की बात सुनेगा नहीं इसके चलते आपको वह अपनी संस्था में लेने से कतराएंगे|

 बहुत अधिक आत्मविश्वास ही ना बने |

 अगर आप अपनी बातों में बहुत अधिक आत्मविश्वास दिखाएंगे वह आपके जिद्दी और अड़ियल होने का मापदंड बनता है| इसलिए अपने साक्षात्कार में विनम्र और चीजों को स्वीकार करके बदलने का प्रभाव दे ना की सिद्धि और भविष्य में सुधार को नहीं स्वीकार करने वाला नहीं|

अगर उस इंटरव्यू बोर्ड में महिला है| या नहीं उनके प्रति एक विनम्र और बहुत संवेदनशील भावना का प्रदर्शन करें| हमारे समाज में जो लोग दलित पिछड़े  आदिवासी निम्न वर्ग से छोटे बच्चे या महिलाएं   या अन्य समाज का हिस्सा जैसे कि  समलैंगिक या अन्य भाषाएं या अन्य भौगोलिक जाति रंग उम्र खानपान हैं उनके प्रति हमेशा ही संवेदनशील व्यवहार का परिचय दें अगर आप की बातों में किसी भी समाज को लेकर थोड़ा बहुत भी नकारात्मक या असंवेदनशील प्रभाव लगता है तो यह आपके व्यक्तित्व और आपके साक्षात्कार को बहुत बुरी तरह प्रभावित करता है| हमेशा बहुत ही खुले दिमाग का ऊंचा सोचने वाला और चीजों को स्वीकार करने वाला विहार दिखाएं यह आपके साक्षात्कार लेने वालों के दिमाग में बहुत अधिक सकारात्मक और अच्छे व्यक्तित्व का परिचय दे जाता है| अपनी बात को संक्षिप्त में खत्म करें उसमें बहुत ज्यादा सफाई पेश करने की जरूरत नहीं है आप का साक्षात्कार लेने वाले आपसे ज्यादा अनुभवी और आप से पहले कई सारे लोगों का उन्होंने साक्षात्कार लिया है अपने अनुभव और एक तरह की विधा में पारंगत होने की वजह से वह लोग आपको तुरंत ही जांच लेंगे अपनी बात को बहुत जिद्दी तरीके से ना कहे बहुत धीरे तरीके से और आराम से कहने की कोशिश करें|

 आप साक्षात्कार के समय आपका कपड़ा आपका चेहरा साफ सुथरा धुला हुआ और अगर आप अपने ही घर में कंप्यूटर पर ऑनलाइन साक्षात्कार दे रहे हैं तो हमेशा ध्यान रखें कि आपके पीछे का जो हिस्सा कंप्यूटर में दिखेगा जिसको वह देखेंगे वह साफ सुथरा हो पूरी तरह से रोशनी हो |और पीछे लोगों का आना जाना या किसी तरह का बहुत अधिक डिस्टरबेंस ना हो |यह साक्षात्कार लेने वालों पर तुरंत ही गलत प्रभाव डालता है अच्छी जगह चुने पीछे कुछ किताबें फूलों का गुलदस्ता साफ सुथरा एक बैकग्राउंड आप दे सकते हैं|

 अपने विषय पर पूर्ण रूप से अच्छी तरह से काम करें और आपकी बातों में लगना चाहिए कि यह एक चीजों को समझने वाला बहुत ही विनम्र सीखने वाला व्यक्ति है| इसको कि वह अपनी संस्था में लेकर आपके काम और सेवाओं के द्वारा अपनी संस्था को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे|

अपनी बातों में चापलूसी का या अपने मुद्दों से भटकने वाला प्रभाव ना दे इसे चापलूस और मुद्दों से भटकने वाले लोगों को लोग अपने साथ नहीं रखते क्योंकि वह कभी भी पलट वार वार करके संस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं|

अगर आप किसी विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए साक्षात्कार दे रहे हैं तो अपने विषय पर करीब करीब 10 से 15 ऐसे लेखकों को पढ़ ले जो आप के विषय में कह सके या जान सके इसके अलावा जो लोग पहले से ही उस पर बहुत अच्छा काम कर चुके हैं |उनके विषय में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए उस विषय से संबंधित किसी भी तरह के प्रयोग का किताब का या कोई बहुत अधिक किसी ने उस पर काम कर लिया है| तो उस चीज को आप कभी भी ना छोड़े इससे आपके काम के प्रति बहुत अधिक गंभीर होने का प्रभाव जाता है जो कि आपके बहुत अधिक पक्ष में रहेगा|

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Dr. Anju Gurawa

Being a girl from the most backward district {Chittorgarh} from Rajasthan I was always discouraged to go for higher education but my father Late Mr B. L. Gurawa who himself was a principal in the senior Secondary insisted for higher studies and was very keen to get his children specially girls to get education.

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