आप ओर हम सब ने शायद अरिंधम चौधरी का नाम नही सुना हो यह थोड़ा कम होने के संभावना है। एक ज़माने में अपने बालों को चोटी की तरह से बांधने वाला एक भद्र लोक का पडा लिखा बंगाली देखने मे बहुत सभ्य ओर शिक्षा के शीर्ष पर बैठ क़र एक बड़े संस्थान के मालिक के तौर ओर वहुत प्रभावित करता था। जिसके बहुत बड़े बड़े विज्ञापन अखबारों में छपते थे और आयी आयी पी एम के नाम से प्रसिद्ध बी बी ए एम बी ए की डिग्री देता और सो प्रतिशत नोकरी मिलेने की बात करता । बड़े बडे सितारों का साथ ओर एक जगमगति दुनिया। बहुत बड़ी आलीशान बिल्डिंग में जिसका आफिस था बाहर की यूनिवर्सिटी से सीधा संबंध । कोई शक नही शुबा नही बस सब कुछ अच्छा ही अच्छा।
तभी एक साधारण सा आदमी जो कि एक मैगज़ीन केरियर 360 का संपादक है और कोर्ट में एक अर्जी देता है कि अरिंदम चौधरी जो कि आयी आई पी एम के मालिक बड़ी बड़ी गाड़ी में घूमने वाले बड़े बड़े लोगो से जान पहचान । महेश्वर पेरी एक साधारण परिवार में जन्मे बड़ी मुश्किलों से मा बॉप ने पढाई करवाई बचपन में देखी गयी तकलीफों ने ऐम पेरी को शिक्षा का महत्व समजा दिया इसी कारण जब अरिंदम चौधरी जब मोटी रकम ले कर बच्चो के भविष्य के साथ किलवाड करनें लगा तब महेश्वर पेरी को यह बर्दाश्त नह हुवा ओर उन्होंने एक लेख लिखा जिसमे अरिंदम चौधरी को आड़े हाथों लिया और कोर्ट तक पहुच गए। अरिंदम आयी आयी पी एम के मालिक अरिन्दम ने बहुत जोर लगया महेश्वर को बहुत से कानूनी केसों में फंसा दिया और अखिर में इतना तंग किया को वो हर मानले। सारी मुश्किले होने के बाद भी महेश्वर ने हार नही मानी ओर आप ओर हम सब जानते है कि आयी आयी पी एम जिसका विज्ञापन कभी शारुख खान देते थे अब बन्द पडा है। गलत आदमी हमेशा पहले कूदेगा डरायेगा पर अगर आप अडिग हर सच्चे है तो जीत आप की ही होगी ।