जॉर्ज फ्लॉयड की बेरहम हत्त्या
इस काले आदमी(जॉर्ज फ्लॉयड) की बेरहम हत्या ने अमरीका में तूफान ला दिया। जो नफरत डेरेक शोवन के
दिमाग में थी वो आम तोर पर उन सब में हो सकती हे। जो अमरीका के लोगो की सोच को उजागर करता हे।
यही डेरेक शोवन जब बच्चे से बड़ा हुवा होगा तब यह सोचता रहा होगा की काले लोग मरने के लायक ही होते हे।
और आखिर में उसने काले आदमी को मार ही दिया।
जॉर्ज फ्लॉयड कॉफी के लिए २०डोलर का भुकतान करता हे और दुकान दार को लगा की वो २० डॉलर का
नॉट जाली था ऐसा दुकान दार का शक था दूकानदार ने मिनीयपोलिस को फोन कर दिया पोलिस आती हे और
बड़ी बेरहमी से जॉर्ज फ्लॉयड को हथकड़ी पहना कर ज़मीं पर गिरा कर चार आदमी (, डेरेक शोवन, एलेग्जेंडरकुइंग,
थॉमस लेन, और तावो थावो) उस पर चढ़ जाते हे और वो गिड़गड़ाते हुए मर जाता हे।
पुलिस के हिसाब से वो बहुत अधिक शराब पाए था वो जाली नोटो का उपयोग कर रहा था वगेरा वगेरा
डॉक्टर अम्बेडकर ने अपनी किताब कौन सबसे अधिक खतरनाक हे दास प्रथा या जाती व्यव्स्था में लिखा हे
की जो तुम पर राज करना चाहेंगे वो कहेंगे
** ये तो शराबी हे
**ये तो अनैतिक कामो में लिप्त हे
**इनका तो इतिहास ही ख़राब हे
**इन्होने हमारे साथ ख़राब सलूक किया
इसको कहते हे आप की आत्मा का दमन आप के आत्नविश्वास का खात्म।
रंग भेद जात भेद यह आप को यह सब सीखा ता हे
एक पोलिस अफसर की नफरत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता हे की यह साबित हो की
उसने अपराध किया हे एक निर्दोष को पहले ही सजा देदी।जब जब कोई भी किसी भोी निर्दोष को सजा देना चाहता
हे तब तब पहले इलज़ाम लगाएगा और अपना पक्ष मजबूत करेगा।
अमीरिका में आज भी नस्ल भेद हे आज भी काले जॉर्ज फ्लॉयड को बस योही मरना पड़ा। तकनीकी की
करामात ने इस मोत को उजागर कर दिया। नस्ल भेद व् जाती भेद में बहुत समानता हे। महिलाओं के प्रति
अत्त्या चार में भी बहुत समानता हे।
जैसा की अम्बेडकर ने भी जाती आधारित भेद व नस्ल भेद में जाती आधारित भेद को और भी बहुत अधिक
बुरा बताया।
**अब कोई काला हे तो अपराधी होगा ही
**कोई दलित हे तो गन्दा होगा ही
**कोई महिला हे तो उसको कभी भी इस्तेमाल करो फिर फेक दो वो क्या कर पायेगी
**कोई बच्चा हे तो उसका शोषण करने का आप को अधिकार आप को मिलगया
ये सब बातें हम बचपन से ही सीख लेते हे ठीक उसी तरह से जैसे की
डेरेक शोविन ने जॉर्ज फ्लॉयड की बेरहम हत्त्या कर दी और साथ में एलेग्जेंडर कुइंग, थॉमस लेन, और तावो
थावो कानून के नाम पर जॉर्ज फ्लॉयड की जिंदगी के मालिक बन बैठे दुनिया के किसी भी समाज में जब तक एक
बड़ी सोच नहीं बनती तब तक यह नफरत छन छन कर निकलती रहेगी।